अर्थ : व्याकरण में वह विकारी शब्द जो किसी वास्तविक या कल्पित वस्तु का बोधक होता है।
उदाहरण :
वह संज्ञा के बारे में अध्ययन कर रहा है।
पर्यायवाची : नाम वाले शब्द
अर्थ : बोध करने की वृत्ति या शक्ति जिसके द्वारा जीवों को अपनी आवश्यकताओं और स्थितियों के अनुसार अनेक प्रकार की अनुभूतियाँ होती हैं।
उदाहरण :
चेतना ही जीवन का लक्षण है।
मृतक का शरीर संज्ञा शून्य होता है।
पर्यायवाची : अंगानुभूति, चेतन शक्ति, चेतन-शक्ति, चेतना, चैतन्य, ज्ञान, सुध, सुधि, होश
अर्थ : सोचने समझने और निश्चय करने की वृत्ति या मानसिक शक्ति।
उदाहरण :
औरों की बुद्धि से राजा बनने की अपेक्षा अपनी बुद्धि से फ़कीर बनना ज़्यादा अच्छा है।
पर्यायवाची : अकल, अक़ल, अक़्ल, अक्ल, अभिबुद्धि, आत्मसमुद्भवा, आत्मोद्भवा, इड़ा, जहन, ज़हन, ज़िहन, ज़ेहन, जिहन, जेहन, दिमाग, दिमाग़, धी, धी शक्ति, प्रज्ञा, प्रतिभान, प्राज्ञता, प्राज्ञत्व, बुद्धि, बूझ, मति, मनीषा, मनीषिका, मस्तिष्क, मेधा, विवेक, समझ
अर्थ : सूर्य की एक पत्नी।
उदाहरण :
एक कथा के अनुसार वैवस्वत मनु और यम संज्ञा के पुत्र थे।
पर्यायवाची : अरुणप्रिया, त्वाष्ट्री, शरायु